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![](https://lh3.googleusercontent.com/-XO8qr9rItIg/YBzcr2FvuJI/AAAAAAAAG2M/TVPewVire-o7hNtF91oEYTqiDezbkHpVwCLcBGAsYHQ/w570-h520/image.png)
भक्ति काव्य को दो धाराओं में बांटा गया है:-
1. निर्गुण काव्यधारा और
2. सगुण काव्यधारा।
1. निर्गुण काव्यधारा को भी दो काव्य धाराओं में बांटा गया-
क) संत काव्यधारा/ज्ञानमार्गी शाखा और
ख) प्रेमाख्यानक काव्य धारा/ प्रेममार्गी शाखा या सूफी काव्य धारा।
2. सगुण काव्यधारा की भी दो शाखाएँ हैं-
क) राम भक्तिधारा या रामकाव्य धारा और
ख) कृष्ण भक्तिधारा या कृष्णकाव्य धारा।